Thursday, September 23, 2021

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मशहूर लेखक और गीतकार मनोज मुंतशिर (Manoj Muntashir ) इस वक्त अपनी कविता को लेकर सोशल मीडिया पर मौजूद लोगों के निशाने पर हैं। मनोज मुंतशिर इस वक्त अपनी उस कविता 'मुझे कॉल करना' को लेकर आलोचनाएं झेल रहे हैं, जिसे एक फेमस लेखकी की अंग्रेजी कविता का अनुवाद बताया जा रहा है। सोशल मीडिया पर लोग कहते नजर आ रहे हैं, 'जिस कविता को राष्ट्रभक्त, भारतीय संस्कृति के अनन्य समर्थक, घोर धार्मिक, सबसे महान फ़िल्मी गीतफरोश मुंतशिर ने उनकी पुस्तक (मेरी फ़ितरत है मस्ताना) की एक कविता उन्होंने अभी लिखी, उस पर उसका अनुवाद वर्षों पहले ही इंग्लिश में हो गया!' मनोज मुंतशिर की लिखी इस कविता की पंक्तियां कुछ ऐसी हैं- तुम कभी उदास हो रोने का दिल करे, मुझे कॉल करना शायद मैं तुम्हारे आंसू न रोक पाऊं पर तुम्हारे साथ रोऊंगा ज़रूर कभी अकेलेपन से घबरा जाओ तो मुझे कॉल करना शायद मैं तुम्हारी घबराहट न मिटा पाऊं पर अकेलापन बांटूंगा ज़रूर कभी दुनियां बदरंग लगे तो मुझे कॉल करना शायद मैं पूरी दुनिया में रंग न भर पाऊं पर ये दुआ ज़रूर करूंगा कि तुम्हारी जिन्दगी खूबसूरत हो और कभी ऐसा हो कि तुम कॉल करो और मेरी तरफ से जवाब ना आए तो भाग के मेरे पास आ जाना, शायद मुझे तुम्हारी ज़रूरत हो सोशल मीडिया पर लोगों ने इस कविता की ऑजिनल कॉपी भी शेयर की है, जिसे राइटर रॉबर्ट जे. लवेरी ने इंग्लिश में लिखा था। इंग्लिश में लिखी गई यह कविता कुछ ऐसी है- if one day you feel like crying... call me I don't promise that I will make you laugh But I can cry with you. If one day you want to run away Don't be afraid to call me. I don't promise to ask you to stop, मनोज मुंतशिर ने अपनी इस कविता का एक वीडियो भी 19 अगस्त 2020 को शेयर किया था, जिसपर लोगों ने जमकर उनकी तारीफें की थीं। हाल ही में उनपर यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने फिल्म 'केसरी' (Kesari) के गाने 'तेरी मिट्टी' को एक पाकिस्तानी सॉन्ग से कॉपी किया है। सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है कि उन्होंने 'तेरी मिट्टी' को साल 2005 में आए एक पाकिस्तानी गाने से चुराया है। हालांकि, इसपर उन्होंने कहा है कि अगर यह साबित हो जाए कि उन्होंने 'तेरी मिट्टी' गाने को कहीं से कॉपी किया है तो वह हमेशा के लिए लिखना छोड़ देंगे। हाल ही में फिल्म 'भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया' में अजय देवगन ने मनोज मुंतशिर के लिखे दमदार डायलॉग का इस्तेमाल किया था। इस डायलॉग को बोलते हुए उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया था। देशभक्ति के जज्बे से भरपूर ये लाइन्स कुछ इस तरह लिखी गई थी- सरहद पर गोली खाकर जब टूट जाए मेरी सांस, मुझे भेज देना यारों मेरी बूढी मां के पास। बड़ा शौक था उसे, मैं घोड़ी चढूं।ढम -ढम ढोल बजे तो ऐसा ही करना। मुझे घोड़ी पर ले जाना, ढोल बजाना और पूरे गांव में घुमाना और मेरी मां से कहना, बेटा दूल्हा बन कर आया है। बहू नहीं ला पाया तो क्या बारात तो लाया है। मेरे बाबूजी पुराने फौजी हैं, बड़े मनमौजी हैं कहते थे ,बच्चे तिरंगा लहरा के आना या तिरंगे में लिपट कर आना कह देना उनसे मैंने उनकी बात रख ली।दुश्मन को पीठ नहीं दिखाई, आखिरी गोली भी सीने पे खाई। मेरा छोटा भाई उससे पूछना क्या मेरा वादा निभाएगा! मैं सरहद से बोल के आया था एक बेटा जाएगा तो दूसरा आएगा। मेरी छोटी बहना उससे कहना, मुझे याद था उसका तोहफा लेकिन अजीब इत्तेफाक हो गया,राखी से पहले भाई राख हो गया। वो कुएं के सामने वाला घर, दो घड़ी के लिए वहां जरूर ठहरना।यहीं तो रहती है, जिसके साथ जीने मरने का वादा किया था। उससे कहना भारत मां का साथ निभाने में उसका साथ छूट गया। एक वादे के लिए दूसरा वादा टूट गया। बस एक आखिरी गुजारिश, मेरी आखिरी ख्वाहिश, मेरी मौत का मातम मत करना । मैंने खुद ये शहादत चाही है। मैं जीता हूं मरने के लिए मेरा नाम सिपाही हैं।' अजय के इस वीडियो पर अक्षय कुमार कन्फ्यूज हो गए थे और उन्हें लगा कि यह कविता उनकी लिखा है। बाद में अक्षय कुमार ने एक अन्य पोस्ट कर यह क्लियर किया कि उन्हें कवि को लेकर गलतफहमी हो गई थी। उन्हें पता चल गया है कि यह कविता मनोज मुंतशिर, जो अजय देवगन की आवाज में तैयार किया गया है।


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