गोविंदा (Govinda) ने सिनेमा की दुनिया पर राज किया। अपने पुराने दिनों को याद करते हुए गोविंदा ने अपनी सफलता का सारा क्रेडिट अपनी मां को दिया है। वह कहते हैं कि उन्हें एक समय यकीन हो चला था कि वह कभी चॉल की जिंदगी से बाहर नहीं निकल पाएंगे।
नब्बे के दशक में गोविंदा (Govinda) ने सिनेमा की दुनिया पर राज किया। एक दौर था और जब गोविंदा और डेविड धवन की जोड़ी पर्दे पर जब भी आती थी, सुपरहिट साबित होती है। गोविंदा अपने समय में सबसे ज्यादा फीस लेने वाले ऐक्टर भी थे। गोविंदा हाल ही 'इंडियन प्रो म्यूजिक लीग' में अपनी पत्नी सुनीता और बेटी टीना के साथ पहुंचे। इस दौरान अपने पुराने दिनों को याद करते हुए गोविंदा भावुक हो गए। उन्होंने जहां अपनी सफलता का सारा क्रेडिट अपनी मां को दिया, वहीं स्ट्रगल के दिनों को याद करते हुए (Govinda gets emotional) कहा कि उन्हें एक समय यकीन हो चला था कि वह कभी चॉल की जिंदगी से बाहर नहीं निकल पाएंगे।
'मैं जो भी हूं, मां के आशीर्वाद से हूं'
गोविंदा ने भावुक होते हुए कहा, 'बहुत कम भाग्यशाली लोग होते हैं जिन्हें अपने माता-पिता की सेवा करने का मौका मिलता है। मैं उन भाग्यशाली लोगों में से हूं। मुझे याद है कि मेरी मां हर दिन हमारे लिए गाना गाती थीं और हमारे दिन की शुरुआत उनकी खूबसूरत आवाज से होती थी। उस समय लोग उससे पूछते थे कि वह इतनी प्रार्थना क्यों करती हैं। आज हमारे हर सपने का पूरा होना, अपना घर होना और इस कदर सफल होना, यह सबकी उनकी ही मेहनत और आशीर्वाद का नतीजा है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं उस चॉल से बाहर आऊंगा, लेकिन यह सब इसलिए हुआ क्योंकि मेरी मां को मुझ पर विश्वास था।' गोविंदा की मां का नाम निर्मला देवी है, वह अपने जमाने की मशहूर सिंगर और ऐक्ट्रेस थीं।
सुनीता बोलीं- गोविंदा दुनिया के सबसे बेस्ट पति हैं
इमोशनल गोविंदा को संभालते हुए उनकी पत्नी सुनीता आहूजा ने कहा कि उन्हें दुनिया का सबसे अच्छा पति मिला है। सुनीता कहती हैं, 'शादी के बीते 36 वर्षों में मैंने उन्हें सबसे अच्छे भाई, सबसे अच्छे बेटे, सबसे अच्छे पिता और सबसे अच्छे पति के रूप में देखा है। मेरी हमेशा से यही इच्छा रही है कि मेरा बेटा भी अपने पिता की ही तरह अच्छा इंसान बने। ऐसा इसलिए कि वह अपने से जुड़े हर इंसान का खूब खयाल रखते हैं।
165 फिल्मों में गोविंदा ने किया है काम
गोविंदा ने साल 1986 में फिल्म 'इल्जाम' से डेब्यू किया था। करियर की शुरुआत से ही वह एक बेहतरीन डांसर के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल हुए। बाद में वह एक इंडस्ट्री के डांसिंग सुपरस्टार के रूप में ही पहचाने जाने लगे। गोविंदा ने शुरुआती दौर में 'शोला और शबनम' जैसी कई फिल्मों में ऐक्शन अवतार में भी नजर आए, लेकिन उनकी कॉमिक टाइमिंग की आज भी तारीफ होती है। गोविंदा ने अभी तक 165 फिल्मों में काम किया है। साल 1999 में गोविंदा को 'बीबीसी' के एक सर्वे में 10 सबसे महाज ऐक्टर्स की लिस्ट में भी शामिल किया गया।
मिथुन दा को देख लगा था डांस का चस्का
गोविंदा ने खुद एक बार बताया था कि 'डिस्को डांसर' फिल्म देखने के बाद ही उन्हें डांस का चस्का लगा। तब वह घंटों मिथुन चक्रवर्ती की तरह डांस की प्रैक्टिस करते थे। शो पर पहुंची गोविंदा की बेटी टीना आहूजा ने भी पिता को लेकर एक किस्सा शेयर किया। वह कहती हैं, 'एक बार पापा विदेश में शूटिंग कर रहे थे। मैं तब छोटी थी। मुझे याद है कि तब मैंने एक डॉल हाउस देखा और पापा से कहा कि मुझे यह चाहिए। उन्होंने न सिर्फ वह डॉल हाउस खरीदा, बल्कि विदेश में सड़कों पर कूली की तरह उसे उठाकर घूमते रहे। पापा को देख सब यही सोचने लगे कि आखिर वो कर क्या रहे हैं। उन्होंने फिल्मों में तो कूली का रोल किया ही, मेरी जिंदगी में भी वह कूली नंबर-1 हैं।'
from Entertainment News in Hindi, Latest Bollywood Movies News, मनोरंजन न्यूज़, बॉलीवुड मूवी न्यूज़ | Navbharat Times https://ift.tt/3gYpNaw
https://ift.tt/2FLzuri
No comments:
Post a Comment